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Hazem Alhalabi

मैं विभिन्न विषयों में एक बहुमुखी लेखक हूं, विशेष रूप से Web3, फिनटेक, क्रिप्टो, और और आधुनिक विषयों में। मेरा उद्देश्य विभिन्न दर्शकों के लिए आकर्षक सामग्री बनाना है, जो मेरी सीखने और अपने ज्ञान को साझा करने की मेरी पूर्वराग से आता है। मैं रोज़ सीखने का प्रयास करता हूं और जटिल विषयों को समझने योग्य सामग्री में परिवर्तित करने का उद्देश्य रखता हूं, जिससे सभी को लाभ हो सके।

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शुद्धिकारक

Tamta Suladze

तमता जॉर्जिया में स्थित एक कंटेंट राइटर है, जिसके पास समाचार आउटलेट, ब्लॉकचेन कंपनियों और क्रिप्टो व्यवसायों के लिए वैश्विक वित्तीय और क्रिप्टो बाजारों को कवर करने का पांच साल का अनुभव है। उच्च शिक्षा की पृष्ठभूमि और क्रिप्टो निवेश में व्यक्तिगत रुचि के साथ, वह नए क्रिप्टो निवेशकों के लिए जटिल अवधारणाओं को आसानी से समझने वाली जानकारी में तोड़ने में माहिर हैं। तमता का लेखन पेशेवर और प्रासंगिक दोनों है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उसके पाठकों को मूल्यवान अंतर्दृष्टि और ज्ञान प्राप्त हो।

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सबसे बेहतरीन MT5 प्लग-इन, जिनके बारे में हर विदेशी मुद्रा ब्रोकर को पता होना चाहिए

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इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्रणालियों के तहत ब्रोकरों के लिए निवेश समाधानों, एसेट प्रबंधन और ट्रेडिंग बाज़ारों के एक्सेस समेत अपनी वित्तीय सेवाएँ लॉन्च करना आसान हो गया है।

MetaTrader या cTrader जैसे इनोवेटिव ट्रेडिंग सॉफ़्टवेयर की बदौलत आज किसी भी ऑर्डर को एक्सीक्यूट कर विदेशी मुद्रा निवेशक सीधे अपने ब्रोकर के साथ बातचीत कर सकते हैं। इसके अलावा, MT5 प्लग-इन्स, तकनीकी इंडिकेटरों, ट्रेडिंग सिग्नलों व और भी कई एनालिटिकल टूलकिट्स ने सर्विस बैंडविड्थ का विस्तार किया है।

इन टूल्स को मुहैया कराकर विदेशी मुद्रा ब्रोकर अपने प्लेटफ़ॉर्म पर और भी उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर शुरू से ही सोचे-समझे फ़ैसले लेकर अपने पैसे को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने में मदद करते हैं। आइए देखते हैं ब्रोकरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले वे कौनसे टूल्स हैं, जिन्हें MT5 को मुहैया कराना चाहिए।

प्रमुख बिंदु

  1. MetaTrader 5 प्लग-इन्स अपने प्लेटफ़ॉर्म को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर विभिन्न प्रक्रियाओं को ऑटोमेट करने में ब्रोकरों की मदद करने वाले टूल्स होते हैं।
  2. MT5 प्लग-इन जोखिम को कम करने वाले, रिपोर्ट जैनरेट करने वाले, UX को कस्टमाइज़ करने वाले, प्लेटफ़ॉर्म को संचालित करने वाले व कई और प्रकार के टूल्स को कवर करते हैं।
  3. MetaTrader प्लग-इन्स की बदौलत ब्रोकर और ट्रेडर बाज़ार की अपडेट्स पर नज़र रखकर, जोखिम प्रबंधन को ऑटोमेट कर और मुनाफ़े के अपने मौकों में सुधार लाकर सोचे-समझे फ़ैसले ले सकते हैं।
  4. MT5 प्लग-इन्स को अलग-अलग स्रोतों से इनस्टॉल कर उन्हें सीधा MT5 टर्मिनल में जोड़ दिया जाता है।

MetaTrader 5 में विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग

निवेशक और बाज़ार के दरमियाँ ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म किसी पुल के तौर पर काम करते हैं। इस पुल को निवेशक को सॉफ़्टवेयर का एक्सेस प्रदान करने वाले ब्रोकर द्वारा सुविधाजनक बनाया जाता है। विदेशी मुद्रा निवेशक अपना अधिकतम समय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग रूम के सामने बैठकर अलग-अलग चार्ट्स, सिग्नल्स, प्राइस एक्शन्स और खबरों का विश्लेषण करते हैं।

फ़ैसला लेने की प्रक्रिया में मदद करने वाले ट्रेड कॉपियर प्लग-इन्स और ट्रेड प्लग-इन्स की बदौलत ऑनलाइन ट्रेडिंग सॉफ़्टवेयर ने विदेशी मुद्रा जैसे सबसे बड़े और सबसे व्यस्त वित्तीय बाज़ार को भी पढ़ना-समझना आसान बना दिया है।

निवेश के माध्यम से पैसा बनाने के लिए वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग ऑर्डर एक्सीक्यूट कर विभिन्न ब्रोकरेज सेवाओं का फ़ायदा उठाने के लिए MetaTrader का नाम सबसे आम सॉफ़्टवेयर्स में शुमार है। 2010 में MT4 के उत्तराधिकारी के तौर पर रिलीज़ किया गया MT5 ब्रोकरों के विभिन्न टूल्स को सशक्त कर अंतिम उपयोगकर्ता के लिए उनकी पेशकश को बेहतर बनाता है।

किसी MT5 विदेशी मुद्रा ब्रोकर के साथ एक ट्रेडिंग एकाउंट बनाने के बाद ट्रेडर या तो PC या मोबाइल फ़ोन पर अलग से किसी ऐप्लीकेशन को इनस्टॉल कर सकते हैं, या फिर MT WebTrader का इस्तेमाल कर अपनी लॉग-इन जानकारी के माध्यम से उसे एक्सेस कर सकते हैं।

ट्रेडर के रूम में पहुँचकर निवेशक चार्टिंग के अलग-अलग विकल्पों को लागू करने, ऑटोमेटेड ट्रेडिंग प्रणालियों को फ़ॉलो करने, किसी सिग्नल सिस्टम को सब्सक्राइब करने और किसी ट्रेड सिस्टम प्लग-इन को जोड़ने समेत और भी कई चीज़ें कर सकते हैं। इन टूल्स को आमतौर पर ब्रोकर द्वारा मुहैया और नियंत्रित किया जाता है और ब्रोकर कुछ फ़ीचर्स को शामिल या सीमित भी कर सकता है।

Advantages of using Metatrader 5

MT5 प्लग-इन्स का इस्तेमाल क्यों करना चाहिए?

प्लग-इन्स ब्रोकरों द्वारा ट्रेडरों को मुहैया कराए जाने वाले अतिरिक्त टूल्स होते हैं, जिनकी मदद से ट्रेडर अपने एसेट्स और फ़ंड्स को बेहतर ढंग से नियंत्रित कर पाते हैं। उन्हें सिग्नल्स की तर्ज पर ही समझा जा सकता है। 

लेकिन उनमें फ़र्क यह होता है कि सिग्नल कीमतों या बाज़ार की गतिविधियों के बारे में अलर्टस और अपडेट्स मुहैया कराते हैं, जबकि प्लग-इन्स पैसे के प्रबंधन में सुधार लाने से लेकर अन्य ट्रेडरों को कॉपी करने, स्वैप दरों की पहचान करने, रिपोर्ट्स जैनरेट करने समेत कई और काम करते हैं।

ट्रेडिंग प्लग-इन ट्रेडिंग और गैर-ट्रेडिंग गतिविधियों समेत उपयोगकर्ताओं के अनुभव को कस्टमाइज़ करते हैं। इन ट्रेडिंग टूल्स को सोर्स से अलग से डाउनलोड कर फिर MetaTrader टर्मिनल में जोड़ा जाता है ताकि निवेशकों द्वारा अपने चार्ट्स देखकर अपने ट्रेडिंग एकाउंट्स को प्रबंधित करने के ढंग को एडजस्ट किया जा सके।

वे टॉप प्लग-इन्स, जिनका हर MT5 विदेशी मुद्रा ब्रोकर को इस्तेमाल करना चाहिए

मिलती-जुलती सेवाएँ प्रदान करने वाले सैंकड़ों ब्रोकरों और वित्तीय संस्थानों वाली इस बेहद चुनौतीपूर्ण और गतिशील इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धात्मक बने रहने के लिए विदेशी मुद्रा ब्रोकरेज कंपनियाँ कई सारे प्लग-इन्स और टूल्स मुहैया कराती हैं।

MT5 Forex trading dashboard

इसलिए अगर आप किसी FX व्यवसाय का संचालन कर अपने प्लेटफ़ॉर्म के समाधान में सुधार लाना चाहते हैं, तो आपको इन टॉप 15 MT5 प्लग-इन्स पर गौर कर लेना चाहिए। 

1. MT5 डायनामिक मार्जिन और लिवरेज

डायनामिक मार्जिन और लिवरेज टूल के माध्यम से ट्रेडर की क्षमता पर आधारित लचीला लिवरेज स्तर पेश कर ब्रोकर लिवरेज का इस्तेमाल कर संबंधित ट्रेडिंग जोखिमों को कम करते हुए मार्जिन एकाउंट्स खोल सकते हैं।

आमतौर पर लिवरेज के माध्यम से अपनी बढ़ी हुई कमाई दिखाकर ब्रोकर ट्रेडरों को आकर्षित करते हैं। लेकिन इस रणनीति में अक्सर कुछ जोखिम भी होते हैं, जिनमें से सबसे बड़ा जोखिम तो यह है कि बाज़ार के प्रतिकूल हो जाने पर ट्रेडर के एकाउंट पर दिवालियेपन की तलवार लटकने लगती है। 

डायनामिक मार्जिन & लिवरेज प्लग-इन ट्रेडर के बैलेंस के आधार पर एक बदलता लिवरेज अनुपात मुहैया कराता है। इस प्लग-इन को बैलेंस स्तरों और उपयुक्त लिवरेज और मार्जिन आवश्यकताओं के साथ एडजस्ट किया जा सकता है।

2. मार्जिन क्रेडिट ट्रैकर

मार्जिन क्रेडिट ट्रैकिंग प्लग-इन क्रेडिट राशि को समाप्त या कम कर ट्रेडर के जोखिमों को प्रबंधित करने का एक और तरीका होता है। उदाहरण के तौर पर, लिवरेज के माध्यम से ट्रेडिंग करते हुए निवेशक अपनी डिपॉज़िट राशि से ज़्यादा पैसा गँवा सकता है क्योंकि उसने ब्रोकर से उधार लिए गए पैसे का इस्तेमाल किया था। 

लेकिन नुकसान की राशि ट्रेडर के बैलेंस से भी ज़्यादा हो जाने पर भी वह क्रेडिट के साथ मार्केट ट्रेडिंग में मौजूद हो सकता है, जहाँ उसे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए मार्जिन क्रेडिट ट्रैकर की मदद से या तो क्रेडिट ट्रेडिंग के पहले पैसा निकाला जा सकता है या फिर विड्रॉअल या पोज़ीशन क्लोज़र वाले क्रेडिट स्तर का चयन किया जा सकता है।

3. MT5 डीलिंग डेस्क

पीक अवधि के दौरान प्लेटफ़ॉर्म की उच्च परफ़ॉर्मेन्स सुनिश्चित करने के लिए डीलिंग डेस्क प्लग-इन फ़ायदेमंद साबित होता है। जब किसी प्रकार का कोई इंस्ट्रूमेंट या एसेट बेहद अस्थिर हो जाता है, तो शॉर्ट-टर्म ट्रेड कर स्कैल्पर्स इस मौका का फ़ायदा उठा छोटी-छोटी कमाई करते रहते हैं।

लेकिन इसकी बदौलत ब्रोकर को होने वाले मुनाफ़े के बावजूद इसके चलते प्लेटफ़ॉर्म ठसाठस भरकर नेटवर्क के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है, और इसका असर ट्रेडिंग के समूचे अनुभव पर भी पड़ता ही है। इसलिए यह MT5 प्लग-इन स्कैल्पिंग पर लगाम लगाकर शॉर्ट-टर्म निवेशकों या हाल ही में खोले गए ऑर्डरों के खिलाफ सौदेबाज़ी को प्रतिबंधित कर सकता है। 

explaining dealing desk

4. MT5 ट्रेड कॉपियर

इस प्लगइन की बदौलत ब्रोकर ट्रेडरों के विभिन्न एकाउंट्स को एक-साथ, बेहतर सटीकता के साथ प्रबंधित कर पाता है। हर एकाउंट के जोखिमों की अपनी विशिष्ट विशेषताएँ, ऑटोमेटेड ट्रेडिंग रणनीतियाँ और मार्केट पोज़ीशन होती है। इसलिए हर एकाउंट को उसकी खास ज़रूरतों और उद्देश्यों के अनुसार स्वतंत्र रूप से देखा जाना चाहिए।

लेकिन MT5 ट्रेड कॉपियर प्लग-इन की बदौलत मिलते-जुलते फ़ीचर्स और विशेषताओं के आधार पर ब्रोकर कई एकाउंट्स को इकट्ठा कर जोखिम के प्रति उनके एक्सपोज़र और मार्जिन आवश्यकताओं का एक-साथ मूल्यांकन कर सकते हैं।

इस प्रक्रिया में समय और मेहनत कम लगती है और इसकी सटीकता भी ज़्यादा होती है। ट्रेडिंग वॉल्यूम, उपकरणों, और बैलेंस के आधार पर एकाउंट्स को ग्रुप करने की कसौटियों में बदलाव कर ब्रोकर हर ग्रुप को एक अनूठा सिंबल असाइन कर सकता है।

5. MT5 सिंथेटिक सिंबल्स

MT5 का इस्तेमाल करने वाले ब्रोकरों के सबसे आम टूल्स में से एक सिंथेटिक टूल्स निवेशकों को एक व्यक्तिगत अनुभव मुहैया कराते हैं। MT5 सिंथेटिक इंस्ट्रूमेंट टूल की बदौलत उपयोगकर्ता अपने ट्रेडिंग एसेट्स बना सकते हैं या फिर कम सामान्य विदेशी मुद्रा जोड़ों को अनूठे सिंबल असाइन कर सकते हैं।

नए मुद्रा जोड़े बनाकर ट्रेडर विभिन्न एसेट्स के कॉम्बो तैयार कर सकते हैं, जिससे एकदम नए स्प्रैड्स और जोखिम के स्तर पैदा हो जाते हैं। हर नए वित्तीय इंस्ट्रूमेंट को किसी अनूठे सिंबल को असाइन कर ट्रेडर के निवेशों में शामिल कर उसके पोर्टफ़ोलियो में विविधतता लाई जा सकती है।

इस टूल का इस्तेमाल कर निवेशक अलग-अलग बाज़ारों में अनूठे कॉम्बो बना सकते हैं, जैसे क्रिप्टो मुद्राओं को विदेशी मुद्राओं के साथ मिक्स कर वित्तीय बाज़ारों में पैसा बनाने के नए तरीकों की खोज करना।

6. फ़्यूचर रोलओवर

फ़्यूचर रोलओवर फ़्यूचर्स ट्रेडिंग के लिए एक उपयोगी प्लग-इन है। इस प्लग-इन के तहत रोलओवर्स मान्य होते हैं। विदेशी मुद्रा ट्रेडरों के लिए पोज़ीशन रोलओवर एक अहम पहलू होता है। इसमें थोड़ा हिसाब-किताब और अलग-अलग ब्याज दरों की समझ शामिल होती है।

लेकिन फ़्यूचर रोलओवर्स प्लग-इन की बदौलत ब्रोकर एक्सपायर हो चुके फ़्यूचर्स अनुबंधों का पता लगाकर अनुबंध की समाप्ति की तारीख से पहले और बाद की दरों का संबंधित मुद्राओं की ब्याज दरों के अनुसार हिसाब लगाते हैं।

इसलिए इससे विदेशी मुद्रा ब्रोकरों को संभावित जोखिमों और समस्याओं का पता लगाकर उनका मूल्यांकन करने के टूल्स प्राप्त होते हैं।

7. स्वैप मैनेजर

विदेशी मुद्रा ट्रेडरों और ब्रोकरों के लिए स्वैप कैलकुलेशन एक चुनौतीपूर्ण पहलू होता है, और स्वैप मैनेजर प्लग-इन की बदौलत स्वैप शुल्क संरचना को ब्रोकर संगठित कर पाता है, फिर भले ही वह पोज़ीशन या लॉट या ट्रेड की गई राशि की प्रतिशत पर आधारित एक तय शुल्क क्यों न हो।

किसी मार्केट पोज़ीशान या ट्रेड किए गए लॉट को व्यक्त करने के लिए ज़्यादातर ट्रेडर सिंबल्स का इस्तेमाल करते हैं, जो ब्रोकरों को दरों के सही स्तर और लिक्विडिटी स्ट्रीम को किसी विशिष्ट सिंबल या सिंबल्स के ग्रुप को असाइन करने में ब्रोकरों की मदद करते हैं।

स्वैप शुल्क के बारे में पता लगाकर ट्रेड किए गए मुद्रा के हर जोड़े से संबंधित लागत का पता लगाने में यह ट्रेडरों के काफ़ी काम आता है।

8. स्टॉप आउट प्लग-इन

खासकर भारी उतार-चढ़ाव और बाज़ार की अनिश्चितता के दौरान जोखिम प्रबंधन के लिए स्टॉप आउट प्लग-इन FX ब्रोकरों द्वारा मुहैया कराया गया एक उपयोगी टूल होता। MT5 प्लग-इन की बदौलत ट्रेडर एक खास प्राइस लेवल सेट कर सकते हैं। मार्केट प्राइस के इस स्तर पर पहुँचने पर ऑर्डर अपने आप ही बंद हो जाता है।

अपने एकाउंट्स को बाज़ार के बढ़े हुए जोखिमों से बचाने के लिए ट्रेडरों की जगह ब्रोकर इन स्तरों को सेट कर सकते हैं।

9. एडवांस्ड स्टॉपआउट्स

एडवांस्ड स्टॉप आउट उपर्युक्त प्लग-इन से मिलता-जुलता होता है, लेकिन किसी क्रियाविधि का चयन करते समय इसमें ज़्यादा मानदंड शामिल होते हैं। उदाहरण के तौर पर, इस टूल का इस्तेमाल कर कोई ट्रेडर इस बात का फ़ैसला कर सकता है कि किन पोज़ीशनों को अपने आप ही बंद कर देना चाहिए और किन्हें चलते रहने देना चाहिए।

साथ ही, इस टूल के तहत ब्रोकर कोई और मार्केट ऑर्डर खोलकर नुकसान की भरपाई कर लूज़िंग पोज़ीशन को हेज कर सकते हैं। मार्जिन के साथ ट्रेड करते समय एक अहम भूमिका निभाने वाला यह टूल मार्जिन आवश्यकता को फ़ंड करने के लिए थोड़ी-बहुत रिटर्न और अपने लिवरेज सौदों के लिए सही फ़ैसला लेने का थोड़ा वक्त दे देता है।

10. कैशबैक प्लग-इन

लॉयल्टी चलाने वाली ब्रोकरेज कंपनियों के लिए कैशबैक MT5 प्लग-इन उपयोगी साबित होता है। ब्रोकर या रेफ़रल प्रोग्राम पेश कर इस प्लग-इन के तहत वे बोनस प्रोग्राम्स को कुशलतापूर्वक सेट और मॉडरेट जो कर सकती हैं।

एक ब्रोकर स्वचालित रूप से अपने लॉयल्टी प्रोग्राम्स के लिए बोनस और इनाम आवंटित कर सकता है, मानदंडों में बदलाव कर सकता है, परफ़ॉर्मेन्स की समीक्षा कर सकता है और प्लग-इन्स को अलग-अलग चलाने की जगह एक ही प्लग-इन का इस्तेमाल कर सकता है। रिपोर्ट्स को मैन्युअली बनाए और अपडेट किए बगैर ही MT5 FX ब्रोकर भी इस टूल का इस्तेमाल कर रिपोर्ट जैनरेशन को ऑटोमेट कर सकते हैं।

11. नेगेटिव बैलेंस सुरक्षा

इस MT5 टूल की बदौलत ब्रोकर अपने-अपने ट्रेडरों के एकाउंट्स में जोखिम वाले फ़ैक्टर को प्रबंधित कर शून्य के आँकड़े के नीचे चले जाने की संभावना को कम कर सकते हैं। 

इस प्लग-इन की मदद से ट्रेडर अपने एकाउंट्स को बंद कर या तो उन्हें अन्य ट्रेड्स से फ़ंड कर उन्हें नेगेटिव में जाने से रोक सकते हैं या फिर उनके बैलेंस को अतिरिक्त जोखिमों से दूर रखने के लिए क्रेडिट राशि ले सकते हैं। 

12. सीमित जोखिम वाला एकाउंट

MT5 वाले उन विदेशी मुद्रा ब्रोकरों के लिए यह एक और टूल है, जो हर ट्रेड से संबंधित जोखिम को कम करना चाहते हैं। उपयोगकर्ताओं के पोर्टफ़ोलियो, एकाउंट विवरण और फ़ंडिंग के स्रोत का सत्यापन कर यह प्लग-इन कानूनी आवश्यकताओं से उनके सम्पूर्ण अनुपालन की जाँच कर उसे सुनिश्चित करता है।

किसी भी ट्रेड को स्टॉप-लॉस सीमा के बिना खोलने को नामंज़ूर करने के लिए FX ब्रोकर इस प्लग-इन का इस्तेमाल कर सकते हैं। हर ओपन पोज़ीशान के साथ वे स्वचालित रूप से एक ऐसा स्टॉप-लॉस स्तर लागू कर सकते हैं, जहाँ ट्रेडर कम या ज़्यादा जोखिम उठाने के लिए अपनी सीमाओं को एडजस्ट कर सकें।

13. EOD (एंड ऑफ़ डे) रिपोर्ट

यह टूल उन ब्रोकरों के लिए उपयोगी होता है, जिन्हें रिपोर्ट इकट्ठा करना और अपने प्लेटफ़ॉर्म की समूची परफ़ॉर्मेन्स और स्टेटस का विश्लेषण करना अच्छा लगता है। EOD रिपोर्ट को हर कार्य-दिवस के अंत तक जैनरेट कर डिपॉज़िट्स, विड्रॉअल, ट्रेड किए गए एसेट्स, और ब्रोकरों की कमाई समेत सक्रिय ट्रेडरों का फ़टाफ़ट स्नैपशॉट लिया जा सकता है।

इस प्रक्रिया की मदद से रिपोर्ट्स को मैन्युअली बनाए और अपग्रेड किए बगैर ब्रोकर अपने व्यवसाय के बारे में जानकारी को अपडेटेड रख सकते हैं। इसके अलावा, कुछ नियामक आवश्यकताओं के तहत ब्रोकर को रोज़ाना रिपोर्ट्स भी मुहैया करानी पड़ सकती हैं, जिन्हें इस प्लग-इन के माध्यम से ऑटोमेट किया जा सकता है।

14. एक्सीक्यूशन रिपोर्ट

MT5 के इस प्लग-इन के तहत ब्रोकरों को ऑर्डर एक्सीक्यूशन प्रक्रिया और हर लेन-देन की गति के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त होती है। इस प्लग-इन के माध्यम से लिक्विडिटी प्रदाताओं के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाता है, व एक्सीक्यूशन गति, स्लिपेज दर, स्प्रैड रेंज के बदलावों, लिक्विडिटी फ़्लो स्थिरता व अन्य चीज़ों की जाँच की जाती है।

एक्सीक्यूशन रिपोर्ट प्लग-इन के माध्यम से ब्रोकर अलग-अलग लिक्विडिटी प्रदाताओं की तुलना कर उनके लिक्विडिटी ब्रिज में प्रदर्शन के फ़र्क का पता लगाते हैं। इस जानकारी का इस्तेमाल फिर व्यावसायिक विश्लेषण और सोचे-समझे फ़ैसले लेने के लिए भी किया जा सकता है।

किसी प्लग-इन को MT5 में कैसे जोड़ें?

किसी प्लग-इन को ट्रेडर फ़ीड में जोड़ना एक सरल-सी प्रक्रिया होती है, जिसे सावधानीपूर्वक पूरा कर यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि प्लग-इन ठीक से काम कर रहा है या नहीं। इन प्लग-इन्स को ढूँढकर, इन्हें लोकली इनस्टॉल कर और फिर इस प्रकार उन्हें MT5 टर्मिनल में जोड़कर ब्रोकर इन प्लग-इन्स को ऐड कर सकते हैं।

  • प्लग-इन सोर्स को ढूँढकर उसे किसी .exe फ़ाइल के तौर पर डाउनलोड करें।
  • MetaTrader 5 को ऐप या वेब-आधारित वर्शन से लॉन्च करें।
  • “फ़ाइल” टैब खोलकर “डेटा फ़ोल्डर खोलें” विकल्प का चयन करें।
adding an MT5 plugin
  • विंडो खुली रखकर, पहले डाउनलोड की गई प्लग-इन फ़ाइल को ढूँढकर उसे डेटा फ़ोल्डर में डाल दें।
  • डाउनलोड की गई फ़ाइल खोलकर उसे अपनी फ़ाइलों और डेटा को एक ही विंडो में एक्सट्रैक्ट करने दें, और फिर पूरा हो जाने पर MetaTrader को दोबारा स्टार्ट करें।
  • विशेषज्ञ सलाहकारों के अंतर्गत नेविगेटर पैनल में जाकर नए प्लग-इन को ढूँढें।
  • प्लग-इन से काम निकलवाकर फ़ैसले लेने के लिए आपको वेब अनुरोध इनेबल करने चाहिए।
  • टॉप बार में “टूल्स” पर क्लिक कर फिर “विकल्पों” पर क्लिक करें।
  • “विशेषज्ञ सलाहकारों” का चयन कर “लिस्टेड URL के लिए वेब अनुरोध स्वीकार करें” वाले बॉक्स को टिक कर दें, जिसे आमतौर पर प्लग-इन प्रदाता द्वारा मुहैया कराया जाता है।
Enabling plugins in MT5

निष्कर्ष

प्लग-इन वे अहम टूल्स होते हैं, जिनका इस्तेमाल कर MT5 सॉफ़्टवेयर का सबसे बेहतरीन ब्रोकर अपने प्लेटफ़ॉर्म के प्रदर्शन और जोखिम प्रबंधन को ऑटोमेट और सुव्यवस्थित करता है। ये टूल्स ऑर्डर की बेरोकटोक एक्सीक्यूशन के साथ-साथ बाज़ारों और ब्रोकरों के साथ उपयोगकर्ताओं के इंटरैक्शन का सबसे बेहतरीन अनुभव सुनिश्चित करते हैं।

MetaTrader API इंटीग्रेशन टूल का इस्तेमाल कर ये प्लग-इन अपने खुले एकाउंट्स का मूल्यांकन कर समस्याओं के उत्पन्न होने या बहुत देर हो जाने से पहले उनका पता लगाने में ब्रोकरों के काफ़ी काम आते हैं।

आम सवाल-जवाब

क्या MT5 विदेशी मुद्रा के लिए कारगर है?

जी हाँ, MetaTrader 5 विदेशी मुद्रा व CFD ट्रेडिंग स्टॉक्स, बॉन्ड्स, क्रिप्टो मुद्राओं, कमोडिटी और इंडाइस जैसे अन्य बाज़ारों म सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला ट्रेडिंग सॉफ़्टवेयर होता है, जिसमें ढेर सारे बिल्ट-इन सिग्नल और मुफ़्त प्लग-इन्स के साथ-साथ एक डेमो ट्रेडिंग एकाउंट भी शामिल होता है।

पेशेवर विदेशी मुद्रा ट्रेडर किस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं?

विदेशी मुद्रा ट्रेडरों के लिए MT4 और MT5 जाने-माने, निवेश और तेज़तर्रार ऑर्डर एक्सीक्यूशन के लिए अनेक टूल्स से लैस ट्रेडिंग सेंट्रल मुहैया कराने वाले विकल्प हैं। MetaTrader सॉफ़्टवेयर अलग-अलग चार्टिंग विकल्प, विश्लेषण टूल्स, अल्गॉरिथमिक ट्रेडिंग, और ट्रेड कॉपियर प्रोग्राम मुहैया कराता है।

MT5 आखिर MT4 से बेहतर क्यों है?

वित्तीय बाज़ारों की एक व्यापक रेंज के साथ-साथ MetaTrader 5 ट्रेडिंग के लिए अधिक मुफ़्त सिग्नल और प्लग-इन वाले ज़्यादा पुख्ता टूल्स मुहैया कराता है। इसके विपरीत, MT4 को तो विदेशी मुद्रा ब्रोकरों और रिटेल ट्रेडरों के लिए ही बनाया गया था।

क्या मैं किसी ब्रोकर के बिना MT5 का इस्तेमाल कर सकता/सकती हूँ?

जी नहीं। MetaTrader लिक्विडिटी, ट्रेडिंग उपकरण, निवेश टूल्स, ट्रेडिंग रणनीति कॉपिंग व और भी फ़ीचर्स मुहैया कराने वाला एक ऐसा ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म है, जिसे किसी ब्रोकर के माध्यम से ही एक्सेस किया जा सकता है।

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मैं विभिन्न विषयों में एक बहुमुखी लेखक हूं, विशेष रूप से Web3, फिनटेक, क्रिप्टो, और और आधुनिक विषयों में। मेरा उद्देश्य विभिन्न दर्शकों के लिए आकर्षक सामग्री बनाना है, जो मेरी सीखने और अपने ज्ञान को साझा करने की मेरी पूर्वराग से आता है। मैं रोज़ सीखने का प्रयास करता हूं और जटिल विषयों को समझने योग्य सामग्री में परिवर्तित करने का उद्देश्य रखता हूं, जिससे सभी को लाभ हो सके।

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