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द्वारा

Anna Churakova

एक ऐसा व्यक्ति होने के नाते जो हमेशा दुनिया के बारे में कुछ नया सीखने के लिए उत्सुक रहता है और विदेशी भाषाओं को सीखने का शौकीन है, टेक्नोलॉजी अनुवादक, फिनटेक उत्पादों के लिए टेक्नोलॉजी लेखक और कॉपीराइटर के रूप में काम करते हुए मुझे विभिन्न क्षेत्रों में पाठ के साथ बहुत अनुभव हुआ।  

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शुद्धिकारक

Tamta Suladze

तमता जॉर्जिया में स्थित एक कंटेंट राइटर है, जिसके पास समाचार आउटलेट, ब्लॉकचेन कंपनियों और क्रिप्टो व्यवसायों के लिए वैश्विक वित्तीय और क्रिप्टो बाजारों को कवर करने का पांच साल का अनुभव है। उच्च शिक्षा की पृष्ठभूमि और क्रिप्टो निवेश में व्यक्तिगत रुचि के साथ, वह नए क्रिप्टो निवेशकों के लिए जटिल अवधारणाओं को आसानी से समझने वाली जानकारी में तोड़ने में माहिर हैं। तमता का लेखन पेशेवर और प्रासंगिक दोनों है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उसके पाठकों को मूल्यवान अंतर्दृष्टि और ज्ञान प्राप्त हो।

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क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज डेवलपमेंट का सारांश

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अपने ट्रेडिंग विकल्पों की रेंज में विस्तार लाकर परंपरागत क्रिप्टो ट्रेडिंग साइट्स ने क्रिप्टो डेरीवेटिव्स में ट्रेडिंग जैसे ज़्यादा परिष्कृत विकल्पों को अंगीकार किया है। 

इन उपकरणों ने लाखों-करोड़ों डॉलर्स का रेवेनुए जैनरेट किया है: मार्च 2023 में क्रिप्टो डेरीवेटिव्स का मार्केट साइज़ बढ़कर क्रिप्टो बाज़ार में लेन-देन की $29.5 खरब की कुल वॉल्यूम का 74.8% हो गया था। 

अपनी बढ़ती लोकप्रियता के चलते कई नए व्यवसाय और व्यापारी क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्मों का निर्माण करने का जोखिम उठा रहे हैं। 

डिजिटल एसेट्स की खरीद-फ़रोख्त वाले प्रमुख ऑनलाइन वेन्यूज़ समूची क्रिप्टो ट्रेडिंग को भारी रूप से प्रभावित कर क्रिप्टो उद्योग में एक अहम भूमिका निभाते हैं।

इस लेख में हम इस प्रकार के डेरीवेटिव अनुबंधों व उनकी खूबियों और फ़ायदों के बारे में चर्चा कर क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज डेवलपमेंट के बारे में जानेंगे।

प्रमुख बिंदु

  1. एक क्रिप्टो डेरीवेटिव किसी एसेट की भावी कीमत पर आधारित एक ट्रेड की जाने लायक सिक्यूरिटी होती है।
  2. क्रिप्टो डेरीवेटिव्स के कुछ उदाहरण हैं पर्पेचुअल स्वैप्स, फ़ॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट्स, फ़्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स, व ऑप्शन्स कॉन्ट्रैक्ट्स।
  3. क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज डेवलपमेंट के तहत अनुबंधों पर क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रबंधन और संचालन के लिए प्लेटफ़ॉर्मों के लिए सॉफ़्टवेयर बनाए जाते हैं।
  4. किसी अच्छे क्रिप्टो डेरीवेटिव एक्सचेंज को सुरक्षित और पारदर्शी तो होना ही चाहिए, उसके फ़ी स्ट्रक्चर को भी दूसरों से बेहतर होना चाहिए।

क्रिप्टो डेरीवेटिव्स क्या होते हैं?

किसी एसेट के भावी मार्केट प्राइस में एक क्रिप्टो डेरीवेटिव किसी ट्रेड किए जा सकने वाले दाँव के तौर पर काम करता है। ये समझौते किसी वर्चुअल मुद्रा के प्राइस मोशन पर दाँव लगाने जैसे होते हैं। क्रिप्टो की कीमतों पर सिक्के खरीदे-बेचे बिना भी लोग अटकलें लगा सकते हैं।

वर्चुअल मनी डेरीवेटिव्स वित्तीय बाज़ारों में पारंपरिक डेरीवेटिव्स की तरह ही काम करते हैं, जहाँ खरीद-फ़रोख्त की शर्तों, वैधता अवधि, कीमत व मात्रा को कॉन्ट्रैक्टों के तहत निर्दिष्ट किया जाता है। 

उनकी बदौलत अनुभवी ट्रेडर लिवरेज का इस्तेमाल कर एडवांस्ड ट्रेडिंग रणनीतियों को एक्सीक्यूट करते हैं व उनके माध्यम से किसी क्रिप्टो एसेट में डिजिटल एसेट पोर्टफ़ोलियो या लंबी लॉन्ग पोज़ीशनों को हेज किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, अपनी स्वाभाविक लॉन्ग पोज़ीशन की रक्षा के लिए Bitcoin माइनिंग कंपनियाँ Bitcoin ऑप्शन्स को बेच सकती हैं।

Market share of crypto derivatives

क्रिप्टो डेरीवेटिव उपकरणों के तहत कई बेनेफ़िट्स मुहैया कराए जाते हैं, जिनमें लिवरेज, जोखिम प्रबंधन, और जटिल ट्रेडिंग रणनीतियाँ एक्सीक्यूट करने की क्षमता शामिल है। 

उनका इस्तेमाल ट्रेडर स्पॉट मार्केट में अपनी पूंजी से बड़ी पोज़ीशनें लेकर डिजिटल एसेट मार्केट एक्सपोज़र को हेज कर बाज़ार के जोखिम और सेंटिमेंट को कम करने के लिए कर सकते हैं। 

लेकिन लिवरेज आपके घाटों को भी बढ़ा सकता है, क्योंकि अपनी अस्थायी प्रकृति के चलते ठीक से हेज न किए जाने पर वर्चुअल कॉइन्स से भारी नुकसान हो सकता है। 

इसके अतिरिक्त, ओवर द काउंटर (OTC) डेरीवेटिव्स ट्रेड में डिफ़ॉल्ट क्रेडिट जोखिम के साथ-साथ सावधानी और लेन-देन सुरक्षा एक्सचेंजों की कमी का सामना करना पड़ सकता है। 

अपनी लिक्विडिटी और प्रतिक्रियाशील ट्रेडिंग वातावरण के चलते पारंपरिक तौर पर क्रिप्टो डेरीवेटिव्स को केंद्रीकृत एक्सचेंजों पर ट्रेड किया जाता है। 

लेकिन बड़े-बड़े इवेंट्स के दौरान दुरूपयोग और संभावित ऑफ़लाइन ट्रेडिंग के आरोपों ने ग्राहक सुरक्षा को लेकर काफ़ी चिंताएँ खड़ी कर दी हैं। 

जैसे-जैसे DeFi मैच्योर हो रहा है, वैसे-वैसे कुछ व्यवहार्य विकेंद्रीकृत डेरीवेटिव्स प्लेटफ़ॉर्म उभर कर आए हैं। हालांकि अभी भी उनमें केंद्रीकृत एक्सचेंजों की लिक्विडिटी की गहराई और प्रतिक्रियाशीलता नहीं है, लेकिन समय के साथ-साथ इस फ़ासले के कम होने की अपेक्षा है।

क्रिप्टो डेरीवेटिव ट्रेडिंग के काम करने का तरीका काफ़ी कुछ डेरीवेटिव ट्रेडिंग जैसा ही होता है, लेकिन वह क्रिप्टो एसेट्स की ट्रेडिंग पर केंद्रित होता है। शिकागो बोर्ड ऑप्शन्स एक्सचेंज (CBOE) और शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज (CME) ने वैश्विक ट्रेडरों को लुभाने वाले डिजिटल मुद्रा डेरीवेटिव ट्रेडिंग विकल्प पेश किए हैं। 

Binance और Bybit जैसे एक्सचेंज भी क्रिप्टो डेरीवेटिव ट्रेडिंग ऑप्शन ऑफ़र करते हैं। इस फ़ीचर को हेजिंग या स्पेकुलेशन के लिए इस्तेमाल किए जा सकने वाले अनुबंधों के माध्यम से एडमिन्स और ट्रेडरों द्वारा स्वीकार किया जाता है। 

हेजिंग के माध्यम से भावी जोखिमों को कम किया जाता है, जबकि स्पेकुलेशन के तहत जोखिमों की भविष्यवाणी कर उन्हें कम किया जाता है। यह फ़ीचर यूज़र बेस का विस्तार कर दुनियाभर के ट्रेडरों को आकर्षित करने में मददगार साबित हुआ है।

Coinmarketcap के अनुसार, 430 लाख से ज़्यादा की डेरीवेटिव ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ Binance सबसे बड़ा क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज है।

तेज़तर्रार फ़ैक्ट

अलग-अलग प्रकार के क्रिप्टो डेरीवेटिव्स

क्रिप्टो डेरीवेटिव वे वित्तीय अनुबंध होते हैं, जिनके मूल्य बुनियादी एसेट्स या उनके संबंधित एसेट्स की प्राइस मूवमेंट्स द्वारा निर्धारित होते हैं। कुछ आम प्रकार के क्रिप्टो डेरीवेटिव्स में शामिल हैं:

Crypto Derivatives Types

फ़्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स

क्रिप्टो फ़्यूचर्स में भाग लेने का तात्पर्य आने वाली किसी तय तारीख पर एक तय कीमत के बदले किसी वर्चुअल मुद्रा की एक तय मात्रा को खरीदने या बेचने के लिए आपकी सहमति से होता है। इन कॉन्ट्रैक्ट्स के तहत ट्रेडर डिजिटल एसेट्स का स्वामित्व हासिल किए बगैर उनकी कीमत पर दाँव लगाकर उस कीमत के उतार-चढ़ाव से पैसा बना सकते हैं।

ऑप्शन्स कॉन्ट्रैक्ट्स

ऑप्शन्स भविष्य में एक पूर्वनिर्धारित कीमत पर किसी बुनियादी एसेट को खरीदने-बेचने का अधिकार देने वाले डेरीवेटिव कॉन्ट्रैक्ट होते हैं। यह अधिकार खरीदार को मिलता है, जबकि ऑप्शन धारक के फ़ैसले के अनुसार विक्रेता को अपना दायित्व पूरा करना पड़ता है। 

क्रिप्टो ऑप्शन्स का इस्तेमाल प्राइस मूवमेंट्स की अटकलें लगाने या फिर डिजिटल एसेट मार्केट एक्सपोज़र को हेज करने के लिए किया जाता है। लेकिन ऑप्शन फ़्यूचर्स से ज़्यादा लचीले होते हैं क्योंकि उनके तहत ऑप्शन को पूरा करने का कोई दायित्व नहीं होता। 

ऑप्शन्स कॉल और पुट वैरिएंट्स में आते हैं: कॉल विकल्पों की मदद से धारक किसी पूर्वनिर्धारित कीमत पर क्रिप्टो खरीद पाता है, जबकि पुट ऑप्शन्स के माध्यम से धारक किसी पूर्वनिर्धारित कीमत पर बेच पाता है। 

उदाहरण के तौर पर, कोई ट्रेडर $100,000 के स्ट्राइक प्राइस पर तीन महीने में एक्सपायर होने वाला कोई Bitcoin कॉल ऑप्शन खरीद सकता है। अगर BTC एक्सपायरी से पहले $100,000 के पार चला जाता है, तो वे कम कीमत पर खरीदारी कर संभवतः मुनाफ़ा कमा सकता है।

पर्पेचुअल स्वैप्स

पर्पेचुअल स्वैप्स वे वित्तीय डेरीवेटिव्स होते हैं, जिनके माध्यम से ट्रेडर कॉन्ट्रैक्ट रोल ओवर किए बगैर अनिश्चित काल तक पोज़ीशन होल्ड कर सकते हैं। पारंपरिक फ़्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स की तरह इनकी एक्सपायरी की कोई तारीख नहीं होती व कॉन्ट्रैक्ट प्राइस को स्पॉट मार्केट के करीब रखने के लिए वे एक फ़ंडिंग रेट मैकेनिज़्म का इस्तेमाल करते हैं। 

फ़ंडिंग दर को कॉन्ट्रैक्ट के ट्रेडिंग प्राइस और बुनियादी एसेट के स्पॉट प्राइस के अंतर से निर्धारित किया जाता है। बाज़ार की कम लोकप्रिय साइड के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर इस स्ट्रक्चर के माध्यम से लॉन्ग और शॉर्ट पोज़ीशनों की माँग को संतुलित कर दिया जाता है।

फ़ॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट

फ़ॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट फ़्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स जैसे ही होते हैं। इनके तहत दोनों ही पार्टियों की ज़रूरतों के आधार पर कस्टमाइज़ेशन की जा सकती है, जिसके चलते खरीदार और विक्रेता, दोनों ही कॉन्ट्रैक्ट और बुनियादी एसेट को कस्टमाइज़ कर पाते हैं।

फ़ॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट्स की बदौलत दोनों पार्टियाँ किसी पूर्वनिर्धारित कीमत पर क्रिप्टो या एसेट्स को एक्सचेंज करती हैं, जिसके चलते एसेट की कीमत में आने वाले संभावित उतार-चढ़ाव और फ़्यूचर एक्सचेंजों के खिलाफ़ वे हेजिंग कर पाते हैं।

क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज क्या होता है?

क्रिप्टो पर लगाए जाने वाले भारी दाँवों के चलते लोकप्रिय होते जा रहे डेरीवेटिव एक्सचेंज ऊँची थ्रूपुट दरों, बेहतर प्रकार के ऑर्डर इत्यादि जैसे कई फ़ायदे प्रदान करते हैं।

वर्चुअल मुद्रा डेरीवेटिव्स वाले एक्सचेंजों का डिजिटल मुद्रा बाज़ार में एक अहम स्थान है। डिजिटल कॉइन्स से जुड़ी वित्तीय प्रोडक्ट्स की ट्रेडिंग के लिए ट्रेडरों को एक वेन्यू मुहैया कराया जाता है। 

इन एक्सचेंजों का इस्तेमाल कर ट्रेडरों के पास भौतिक रूप से डिजिटल धन रखे बगैर क्रिप्टो कीमतों के उतार-चढ़ावों पर दाँव लगाने का मौका होता है।

ऐसे एक्सचेंज आखिर कैसे काम करते हैं?

क्रिप्टो डेरीवेटिव्स ट्रेडिंग के तहत किसी वर्चुअल मुद्रा की भावी कीमत को लेकर अटकलें लगाई जाती हैं। मार्केट प्राइस कुछ भी क्यों न हो, इस वित्तीय अनुबंध के तहत कम कीमत पर खरीदारी कर ऊँची कीमत पर बिक्री कर निवेशक मुनाफ़ा कमा पाते हैं। 

लचीलापन और नए बाज़ारों का एक्सेस प्रदान करने वाले डेरीवेटिव्स ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म एक्सचेंज मालिकों और निवेशकों के लिए एक लुभावना विकल्प होते हैं।

किसी डेरीवेटिव एक्सचेंज पर एकाउंट खोलकर प्लेटफ़ॉर्म सुरक्षा की खातिर ट्रेडर को KYC और AML सत्यापन से गुज़रना पड़ता है। उसके बाद, डेरीवेटिव कॉन्ट्रैक्ट खरीदने के लिए उपयोगकर्ता प्रकार, कीमत और आकार जैसे ऑर्डर मानदंडों को निर्दिष्ट करते हुए क्रिप्टो डिपॉज़िट करते हैं। 

crypto derivatives exchange work flow

इसके बाद, उपयोगकर्ता उस क्रिप्टो का चयन करते हैं, जिसे डेरीवेटिव ट्रेडिंग के लिए बेस एसेट होना चाहिए। अंततः एक्सचेंज ऑर्डर को एक्सीक्यूट कर देता है और ऑर्डर के पूरा हो जाने के बाद क्रिप्टो को या तो निकाला जा सकता है या फिर उसे प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध मनचाहे एसेट में तब्दील करवाया जा सकता है। 

क्रिप्टो डेरीवेटिव प्लेटफ़ॉर्म अपना मुनाफ़ा कैसे कमाते हैं?

किसी क्रिप्टो डेरीवेटिव्स प्लेटफ़ॉर्म पर काम करने वाला डेरीवेटिव्स ब्रोकर अलग-अलग ढंग से रेवेनुए प्राप्त कर सकता है। चलिए डिजिटल मुद्रा डेरीवेटिव्स ट्रेडिंग से मुनाफ़ा कमाने के विकल्पों पर एक नज़र डालते हैं।

Means of getting profit for a crypto derivatives exchange platform

ट्रेडिंग शुल्क 

किसी क्रिप्टो डेरीवेटिव एक्सचेंज प्लेटफ़ॉर्म के लिए ट्रेडिंग शुल्क रेवेनुए का प्राथमिक स्रोत होता है। इसे लेन-देन के बदले उपयोगकर्ताओं से वसूला जाता है। आमतौर पर इस शुल्क को सौदे या लेन-देन वॉल्यूम की एक प्रतिशत के आधार पर तय किया जाता है।

मार्जिन ट्रेडिंग शुल्क

कुछ क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज डेवलपमेंट सेवाओं में मार्जिन ट्रेडिंग सपोर्ट भी शामिल होता है, जो उधार ली गईं धन राशियों पर ब्याज वसूलकर ट्रेडिंग वॉल्यूम और एक्सचेंज रेवेनुए में सुधार ले आता है।

सब्सक्रिप्शन शुल्क

अपना क्रिप्टो एक्सचेंज सेट-अप करने के बदले प्लेटफ़ॉर्म व्यक्तियों या व्यवसायों से एक वन-टाइम सब्सक्रिप्शन शुल्क वसूल सकते हैं।

डिपॉज़िट और विड्रॉअल शुल्क

उपयोगकर्ताओं के अपने एकाउंट में पैसे डालने या निकालने पर न्यूनतम शुल्क वसूलने के बावजूद क्रिप्टो डेरीवेटिव प्लेटफ़ॉर्म एक्सचेंज के समूचे रेवेनुए में अपना योगदान देते हैं।

ऑप्शन्स और फ़्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट शुल्क

किसी स्वैप प्लेटफ़ॉर्म पर ऑप्शन्स ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडरों को भुगतान करने पड़ते हैं। ट्रेडिंग ऑप्शन्स प्लेटफ़ॉर्म को मेन्टेन करने के खर्च की भरपाई करने के लिए एक्सचेंज ये शुल्क वसूलता है।

फ़्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट में ट्रेडिंग से संबंधित शुल्क फ़्यूचर्स के खरीद-फ़रोख्त वाले लेन-देन से संबंधित भुगतान होते हैं। इनकी मदद से एक्सचेंज के काम-काज को फ़ंड कर ट्रेडिंग प्रक्रिया को व्यवस्थित किया जाता है।

स्टेकिंग और लेंडिंग शुल्क

कुछ क्रिप्टो डेरीवेटिव एक्सचेंज डेवलपमेंट सेवाओं में स्टेकिंग और लेंडिंग सेवाएँ शामिल होती हैं, जिनकी चलते प्लेटफ़ॉर्म के मालिक प्लेटफ़ॉर्म पर क्रिप्टो लॉक या क्रिप्टो उधार लेने के लिए उपयोगकर्ताओं के डिपॉज़िट्स के ब्याज या एक प्रतिशत को कम कर पाते हैं।

API एक्सेस शुल्क

API एक्सेस शुल्क वे शुल्क होते हैं, जिन्हें क्रिप्टो डेरीवेटिव एक्सचेंज डेवलपमेंट सेवा प्रदाता अपने API एक्सेस के बदले वसूलते हैं। API के माध्यम से तीसरी पार्टी वाले प्लेटफ़ॉर्म, डेवलपर, या ट्रेडर अपनी-अपनी प्रणालियों को एक्सचेंज के इंफ़्रास्ट्रक्चर से जोड़ पाते हैं, बाज़ार के डेटा को वापस प्राप्त कर पाते हैं, और विभिन्न फ़ंक्शनैलिटियों को एक्सेस कर पाते हैं।

विज्ञापन शुल्क

स्पॉन्सरों या विज्ञापनदाताओं को एक्सचेंज की ऑडियंस के दरमियाँ अपनी प्रोडक्ट्स की प्रमोशन करने की सहूलियत देकर क्रिप्टो डेरीवेटिव प्लेटफ़ॉर्म रेवेनुए जैनरेट करता है, जिसके तहत प्लेटफ़ॉर्म के मालिक मासिक या सालाना विज्ञापन शुल्क वसूलते हैं।

चलिए क्रिप्टो डेरीवेटिव एक्सचेंज डेवलपमेंट को समझते हैं

क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज डेवलपमेंट के तहत विभिन्न डेरीवेटिव ट्रेडिंग गतिविधियों के लिए केंद्रीकृत या विकेंद्रीकृत सॉफ़्टवेयर समेत कॉन्ट्रैक्ट्स पर क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए प्लेटफ़ॉर्मों को प्रबंधित और संचालित किया जाता है। 

इस प्रक्रिया के तहत रणनीतिक प्लैनिंग, तकनीकी विशेषज्ञता, और गतिशील बाज़ारों को समझना अनिवार्य होता है। कोई क्रिप्टो-आधारित डेरीवेटिव्स एक्सचेंज वेबसाइट या ऐप लॉन्च कर क्रिप्टो जगत के अपने जटिल प्रतिद्वंदियों को मात दी जा सकती है। ज़्यादातर ट्रेडर क्रिप्टो डेरीवेटिव ट्रेडिंग विकल्प की ओर रुख करते हैं, क्योंकि इसकी बदौलत एक मज़बूत क्रिप्टो समुदाय खड़ा किया जा सकता है। 

सफल एक्सचेंज प्लेटफ़ॉर्म बनाकर बढ़ते क्रिप्टो स्पेस में टॉप क्रिप्टो एक्सचेंज स्थापित करने के लिए क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज कंपनियाँ अनुभव और विशेषज्ञ मार्केट जानकारी मुहैया कराती हैं। 

डेरीवेटिव्स बाज़ार को नेविगेट करने के लिए उपयोगकर्ताओं को वे आवश्यक टूल्स और सॉल्यूशन मुहैया कराते हैं। प्रदान किए गए सॉल्यूशनों में प्लेटफ़ॉर्म के मालिक के लिए लाभकारी एक पुख्ता, पूरी तरह से फ़ंक्शनल वर्चुअल मुद्रा डेरीवेटिव्स एक्सचेंज प्लेटफ़ॉर्म की समूची प्रक्रिया शामिल होती है। 

आमतौर पर डिजिटल मुद्रा डेरीवेटिव्स एक्सचेंज सॉल्यूशन चार अलग-अलग प्रकार के मोड मुहैया कराते हैं: वन वे मोड, हेज मोड, क्रॉस मार्जिन, और आइसोलेटेड मार्जिन।

वन वे मोड के तहत उपयोगकर्ता एकतरफ़ा डेरीवेटिव ट्रेडिंग कर पाते हैं, फिर भले ही वह लॉन्ग हो या शॉर्ट, जिसके चलते एक बार में एक ट्रेड क्लोज़ कर वे मुनाफ़ा कमा पाते हैं। 

हेज मोड एक ट्रेडिंग रणनीति होती है, जिसके तहत उपयोगकर्ता लॉन्ग और शॉर्ट पोज़ीशनों के दरमियाँ एक का चयन कर खुद को नुकसान से बचा सकते हैं। यह मोड वन-वे ट्रेडिंग का विकल्प होता है, जिसके चलते तेजड़िए बाज़ार की स्थिति में उपयोगकर्ता लॉन्ग पोज़ीशन बेचकर और नुकसान से अपना बचाव कर पाते हैं।

फ़्यूचर्स ट्रेडिंग या पर्पेचुअल ट्रेडिंग करने के लिए उपयोगकर्ताओं को एडमिन के फ़ंड्स को लिवरेज कर मार्जिन ट्रेडिंग का इस्तेमाल करना होता है। अगर उनका पूर्वानुमानित बाज़ार गलत साबित होता है, तो मार्जिन ट्रेडिंग के लिए शुरुआत में डिपॉज़िट की गई राशि कम हो जाती है, जिसके चलते लॉन्ग और शॉर्ट, दोनों ही पोज़ीशनों को अवास्तविक नफ़े-नुकसान को साझा करना पड़ता है।

आइसोलेटेड मार्जिन मोड के तहत उपयोगकर्ता आइसोलेटेड लिक्विडेशन पर आधारित जोखिम को प्रबंधित कर पाते हैं, जैसे कि जब मेंटेनेंस मार्जिन फ़ंड्स किसी चौराहे पर खड़े हों। इस मोड के तहत उपयोगकर्ता किसी आइसोलेटेड मार्जिन राशि को लिवरेज कर ट्रेडिंग को जारी और बरकरार रख सकते हैं।

किसी अच्छे क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज की अहम खूबियाँ

किसी क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज कंपनी का आगाज़ करते समय आपको एक अच्छे वेन्यू की प्रमुख खूबियों पर गौर कर लेना चाहिए। 

Key features of a good crypto derivatives exchange

सुरक्षा

किसी भी एक्सचेंज के लिए सुरक्षा एक टॉप प्राथमिकता होती है, क्योंकि वह उपयोगकर्ताओं के पैसे, एसेट्स, और व्यक्तिगत डेटा की रक्षा करती है। बढ़ते हैकर हमलों को मद्देनज़र रखते हुए क्रिप्टो डेरीवेटिव एक्सचेंजों को सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक्सचेंजों को Google Authenticator जैसी 2FA व कोल्ड स्टोरेज एसेट रिज़र्व्स और कस्टोडियल स्टोरेज सेवाओं जैसे अन्य डिफ़ेंस उपाय मुहैया कराने चाहिए।

बीमा फ़ंड्स

बीमा फ़ंड्स की बदौलत ट्रेडर “सामाजिक घाटे” के नाम से जाने जाने वाले भारी नुकसानों से बच जाते हैं। एक अच्छे से पूंजीकृत बीमा फ़ंड यह सुनिश्चित करता है कि ट्रेडर सामजिक घाटे की ओर से बेफ़िक्र हो सकें, क्योंकि घाटे के लिए एक्सचेंज ज़िम्मेदार होता है। वॉल्यूम के भारी स्पाइक्स के दौरान घाटे को कवर करने के लिए कुछ एक्सचेंज अनेक बीमा फ़ंड्स का सहारा ले सकते हैं।

पारदर्शिता

ऐसे एक्सचेंज किसी ऐसे वित्तीय उपकरण जैसे होते हैं, जिसके तहत ऑपरेटरों को ट्रेडिंग नीतियाँ, शुल्क, और विवाद सुलझाने वाली नीतियाँ बनाकर इस नीति में आने वाले बदलावों के बारे में ट्रेडरों को सूचित करना होता है।

टेक्नोलॉजी और इंफ़्रास्ट्रक्चर

एक समझदार ट्रेडिंग अनुभव के ये अहम पहलू होते हैं। मैचिंग इंजन किसी भी एक्सचेंज का एक अहम अंग होता है, क्योंकि इसके चलते उपयोगकर्ता अपने ऑर्डरों को कुशलतापूर्वक पूरा कर पाते हैं। एक हाई परफ़ॉर्मेन्स इंजन वॉल्यूम स्पाइक्स के दौरान भी माँग के उच्च स्तरों की पूर्ति कर सकता है। नए प्रकार के ऑर्डरों और ट्रेडिंग जोड़ों को लॉन्च करने के लिए इंफ़्रास्ट्रक्चर मुहैया कराकर वह सभी उपयोगकर्ताओं के लिए वेन्यू की प्रोडक्ट को बेहतर बना देता है।

लिक्विडिटी और वॉल्यूम

आसान और तेज़तर्रार सौदों के लिए ट्रेडर हाई लिक्विडिटी वाले प्लेटफ़ॉर्मों को तवज्जो देते हैं, जो बाज़ार के उतार-चढ़ावों से बचने में भी उनकी मदद करते हैं। ट्रेडरों के लिए मार्केट लिक्विडिटी और वॉल्यूम अहम होते हैं क्योंकि इनका असर लेन-देन में आने वाली लागत पर भी पड़ सकता है। 

किसी लिक्विड बाज़ार में एसेट प्राइस को कम किए बगैर विक्रेता फ़टाफ़ट खरीदार ढूँढ सकते हैं, जबकि खरीदारों को भी ज़्यादा कीमत अदा नहीं करनी पड़ती। इस प्रकार के बाज़ार में जोखिम भी कम होता है, क्योंकि आमतौर पर दूसरे पक्ष को सपोर्ट करने के लिए तैयार एक काउंटरपार्टी भी होती है। इससे स्पेकुलेटर और निवेशक खिंचे चले आते हैं और बाज़ार की परिस्थितयों में सुधार आ जाता है।

शुल्क

किसी क्रिप्टो डेरीवेटिव एक्सचेंज की प्रमुख खूबियाँ उसका प्रतिस्पर्धात्मक शुल्क, एक्स्ट्रा फ़ीचर्स, और ट्रेडरों के लिए बेहतर सुरक्षा होती हैं। इसलिए कुछ एक्सचेंज ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ कम होने वाला एक फ़्लोटिंग शुल्क भी ऑफ़र कर सकते हैं।

क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज डेवलपमेंट समाधान के फ़ायदे

डिजिटल एसेट्स की बढ़ती माँग के चलते क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज व्यवसाय का एक सुनहरा अवसर मुहैया कराते हैं। ट्रेडिंग टूल्स की बढ़ती लोकप्रियता के कारण जटिल वित्तीय प्रोडक्ट्स में ज़्यादा लोग दिलचस्पी ले रहे हैं। लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, पुख्ता सुरक्षा, और खास फ़ीचर्स मुहैया कराकर नए खिलाड़ी इनोवेट करते हुए नए-नए विचार सामने रख पाते हैं।

डिजिटल डेरीवेटिव्स ट्रेडरों को स्पेकुलेशन, कीमतों में आने वाले उतार चढ़ावों के खिलाफ़ हेजिंग, और संभावित रिटर्न्स में सुधार लाने के लिए अपनी पोज़ीशनों को लिवरेज करने के मौके मुहैया कराते हैं। डिजिटल बाज़ार में अपने अनेक फ़ायदों और इस्तेमाल के कई मौकों के चलते ये उपकरण काफ़ी लोकप्रिय हो चले हैं। 

बेस एसेट का स्वामित्व प्राप्त किए बगैर क्रिप्टो की कीमतों में आने वाली गतिविधियों को लेकर अटकलें लगाना इसका एक प्रमुख फ़ायदा होता है। इससे बाज़ार की किन्हीं भी परिस्थितियों में मुनाफ़ा जैनरेट किया जा सका है। 

हेजिंग भी एक अहम उपकरण साबित होता है, क्योंकि अपनी होल्डिंग्स में संभावित नुकसान की भरपाई करने के लिए ट्रेडर कॉन्ट्रैक्ट्स का इस्तेमाल कर बाज़ार के उतार-चढ़ाव के खिलाफ़ एक हेज बना सकते हैं। 

लिवरेजिंग एक और फ़ायदा होता है, क्योंकि इसके तहत ट्रेडर कम पूंजी के बावजूद एक बड़ी पोज़ीशन को कंट्रोल तो कर पाते हैं, लेकिन इससे संभावित जोखिम भी बढ़ जाते हैं क्यों इससे आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

क्रिप्टो डेरीवेटिव्स ट्रेडिंग मुनाफ़े से कहीं बढ़कर होती है; इसकी बदौलत अस्थिर डिजिटल एसेट्स से जुड़े जोखिमों को निवेशक कम कर पाते हैं, और यह बात इसे और भी आकर्षक बना देती है। डेरीवेटिव एक्सचेंज डेवलपमेंट के तहत वित्तीय संसथान DeFi जगत, अभी तक कवर न किए गए क्रिप्टो धारक, ऑटोमेटेड स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के माध्यम से तेज़तर्रार लेन-देन, और जटिल रणनीतियों की कुशल एक्सीक्यूशन को एक्सेस कर पाते हैं।

लेकिन नियामक चुनौतियों से निपटाना सफलता के लिए अहम होता है। वैश्विक पहुँच और ट्रेडिंग शुल्क, लिवरेज शुल्क व सब्सक्रिप्शन मॉडलों से आने वाली रेवेनुए धाराएँ इसे एक बेहद लुभावना वेंचर बनाती हैं।

अंतिम विचार

डिजिटल एसेट डेरीवेटिव्स की माँग में फलते-फूलते वैश्विक क्रिप्टो बाज़ारों के चलते बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ट्रेडरों को आकर्षित कर पर्पेचुअल स्वैप्स व फ़्यूचर्स और ऑप्शन्स बाज़ार इस उभरती डिजिटल एसेट क्लास में डेरीवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की माँग की ओर इशारा कर रहे हैं। 

डिजिटल मुद्रा डेरीवेटिव्स हेजिंग, लिवरेजिंग, जोखिम को कम करने इत्यादि जैसे कई उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं। इस पनपते डेरीवेटिव्स बाज़ार में सफलता हासिल करने के लिए क्रिप्टो डेरीवेटिव्स एक्सचेंज डेवलपमेंट का आगाज़ करने से पहले व्यवसायों को मौजूदा रुझानों और उपयोगकर्ताओं की पसंद-नापसंद का विश्लेषण कर लेना चाहिए।

आम सवाल-जवाब

किस प्रकार के क्रिप्टो डेरीवेटिव्स को ट्रेड किया जा सकता है?

अलग-अलग प्रकार के क्रिप्टो डेरीवेटिव्स में फ़ॉरवर्ड्स, फ़्यूचर्स, स्वैप्स, और ऑप्शन्स शामिल हैं।

एक डिजिटल मनी डेरीवेटिव्स एक्सचेंज प्लेटफ़ॉर्म बनाने के क्या-क्या फ़ायदे होते हैं?

इस तरह के प्लेटफ़ॉर्मों का इस्तेमाल करने के कई फ़ायदे होते हैं, जैसे पैसा बनाने, अनुभवी ट्रेडरों को आकर्षित करने, बाज़ार में सुधार लाए, कारगर ढंग से प्रतिस्पर्धा करने, और इनोवेटिव प्रोडक्ट्स पेश करने की क्षमता।

क्रिप्टो डेरीवेटिव्स विनियमन का क्या मतलब है?

US कमोडिटी फ़्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन (CFTC) आज भी “सेल्फ़ सर्टिफ़िकेशन” विधि के माध्यम से डिजिटल मनी डेरीवेटिव्स और अन्य एसेट्स को मंज़ूरी देता है।

क्रिप्टो डेरीवेटिव्स में ट्रेड करना अहम क्यों है?

डेरीवेटिव्स के माध्यम से निवेशक अपने पोर्टफ़ोलियो में विविधता ला सकते हैं, अलग-अलग क्रिप्टो आज़माकर देख सकते हैं, और अप्रत्याशित जोखिमों के खिलाफ़ अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। ये बातें प्राइस डिस्कवरी के लिए डेरीवेटिव्स को बेहद लोकप्रिय बनाती हैं।

द्वारा

Anna Churakova

एक ऐसा व्यक्ति होने के नाते जो हमेशा दुनिया के बारे में कुछ नया सीखने के लिए उत्सुक रहता है और विदेशी भाषाओं को सीखने का शौकीन है, टेक्नोलॉजी अनुवादक, फिनटेक उत्पादों के लिए टेक्नोलॉजी लेखक और कॉपीराइटर के रूप में काम करते हुए मुझे विभिन्न क्षेत्रों में पाठ के साथ बहुत अनुभव हुआ।  

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शुद्धिकारक

Tamta Suladze

तमता जॉर्जिया में स्थित एक कंटेंट राइटर है, जिसके पास समाचार आउटलेट, ब्लॉकचेन कंपनियों और क्रिप्टो व्यवसायों के लिए वैश्विक वित्तीय और क्रिप्टो बाजारों को कवर करने का पांच साल का अनुभव है। उच्च शिक्षा की पृष्ठभूमि और क्रिप्टो निवेश में व्यक्तिगत रुचि के साथ, वह नए क्रिप्टो निवेशकों के लिए जटिल अवधारणाओं को आसानी से समझने वाली जानकारी में तोड़ने में माहिर हैं। तमता का लेखन पेशेवर और प्रासंगिक दोनों है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उसके पाठकों को मूल्यवान अंतर्दृष्टि और ज्ञान प्राप्त हो।

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